कार्यशैली में सुधार लाए जाने की दी नसीहत
देहरादून: जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला कार्यालय के ऋषिपर्णा सभागार में जिला योजना, राज्य योजना, केन्द्रपोषित एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम जिन विभागों द्वारा माह दिसम्बर तक 60 प्रतिशत् से कम की प्रगति प्रस्तुत की है ऐसे विभागीय अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए अपनी कार्यशैली में सुधार लाए जाने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि आगामी 31 जनवरी तक समस्त विभागीय अधिकारी जिला योजनान्तर्गत प्राप्त धनरशि का शत् प्रतिशत् व्यय करना सुनिश्चित करें। साथ ही कहा कि राज्य योजना व केन्द्रपोषित योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि हरहाल में 15 फरवरी 2021 तक खर्च कर ली जाए। उन्होंने चिकित्सा, पेयजल लघु सिंचाई, सिंचाई, अनुसंधान, नलकूप, जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समयान्तर्गत जिला योजना, राज्य योजना व केन्द्र पोषित योजनाओं के लिए प्राप्त धनराशि व्यय करें तथा निकट भविष्य में प्राप्त होने वाली धनराशि के व्यय के लिए अभी से कार्ययोजना तैयार कर लें। बीस सूत्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने खाद्य आपूर्ति, समाज कल्याण, सिंचाई, लघु सिंचाई, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को ए श्रेणी में लाने के विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। वर्तमान तक सभी विभागों द्वारा आंवटित धनराशि के सापेक्ष 74 प्रतिशत् धनराशि व्यय कर ली गई है।
जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक के दौरान चिकित्सा विभाग को दूरस्थ क्षेत्र त्यूनी में एम्बूलेंस भेजे जाने, वैक्सीन वैन व जनरेटर आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पेयजल निगम में अधिकारी को बिना जानकारी के बैठक में प्रतिभाग करने पर सख्त नाराजगी जताई तथा जल संस्थान को अवशेष धनराशि व्यय न किए जाने पर असंतोष जताया। उन्होंने लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों को कार्यशैली में सुधार लाने को कहा। बैठक में जिलाधिकारी ने समाज कल्याण, राजकीय सिंचाई समेत सभी विभागीय अधिकारियों को जिला योजना, राज्य योजना व केन्द्रपोषित योजनाओं व 20 सूत्रीय कार्यक्रमों की शत्प्रतिश्त प्रगति लाए जाने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, जिला पूर्ति अधिकारी जसंवत कण्डारी, लघु सिंचाई, सिंचाई, नलकूप, लो.नि.वि. समेत अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।