जिम्मेदार अधिकारियों को मौके पर बुलाने के लिए अड़ा रहा संघ

देहरादून,। उत्तराखंड में सरकारी नौकरी पाने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले बेरोजगार युवाओं के सपने नकल माफिया चूर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पिछले कुछ सालों में लगातार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। और लगातार भर्ती परीक्षा सवालों के कटघरे खड़ी रही है। रविवार को आयोजित हुई उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग की पेपर को लेकर हुआ है। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बैनर तले प्रदेश भर से आए बेरोजगार युवाओं ने सोमवार को सचिवालय कूच किया, जहां उनकी पुलिस ने हल्की नोकझोंक भी हुई। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाला पदाधिकारी यूकेएसएसएससी के चेयरमैन से वातां के लिए अड़े हुए थे। जिस पर पुलिस को कहना था कि पांच लोग जाकर वार्ता कर सकते है लेकिन पदाधिकारियों को कहना था कि जिम्मेदार लोगा मौके पर परेड़ ग्राउण्ड पहुंचकर उनसे वार्ता करें।
यूकेएसएसएससी का एग्जाम रविवार सुबह 11 बजे प्रदेश के 445 केंद्रों में आयोजित हुआ। लेकिन बेरोजगार संघ का दावा है कि परीक्षा शुरू होने के करीब आंधे घंटे बाद ही 11.35 बजे पेपर का एक सेट लिक हो गया। बेरोजगार संघ का मानना है कि हरिद्वार के एक सेंटर से पेपर लिक हुआ है। जिसके बाद बाद बेरोजगार संघ दावा कर रहा है कि पेपर की गोपनीयता भंग हुई है। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल का कहना है कि जो पेपर बाहर आया था, और परीक्षा में अभ्यर्थियों के मिले पेपर का मिलान किया गया तो कई प्रश्न मिल रहे हैं।
पेपर लीक का दावा करने के बाद अब बेरोजगार संघ ने 22 सितंबर को देहरादून के परेड ग्राउंड में इकट्ठा होकर सचिवालय कूच करने का ऐलान था। तय कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश भर से सैकड़ों युवा धरना देन व सचिवालय घेराव के लिए सोमवार को देहरादून पहुंचे। प्रर्दशन के साथ-साथ ही इस पूरे मामले की सीबीआई जांच करने की मांग रखी है।