केदारनाथ हेलीपैड सेवा हुई ठप; 5 हजार से अधिक यात्री बिना दर्शन किए लौटे वापस
रुद्रप्रयाग : केदारनाथ में हो रही वर्षा-बर्फबारी का असर सिर्फ पैदल यात्रा पर ही नहीं पड़ा है। केदारनाथ धाम के लिए हेली टिकट बुक कराने वाले तीर्थयात्री भी मौसम के बदले मिजाज से प्रभावित हैं। अब तक हेली टिकट बुक कराने पांच हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों को बिना दर्शन के लौटना पड़ा है।
25 अप्रैल को धाम के कपाट खुलने के बाद एक भी दिन ऐसा नहीं बीता है, जब हेली सेवा बिना व्यवधान के संचालित हुई हो। दो दिन ऐसे भी रहे, जब धाम के लिए एक भी उड़ान नहीं भरी गई। इस वर्ष अब तक 5729 तीर्थयात्री हेली सेवा से बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं।
बर्फबारी के कारण हेलीपैड पर जमी बर्फ
केदारनाथ धाम में लगातार मौसम की दुश्वारियों के चलते इसका सीधा असर हेली सेवाओं पर पड़ रहा है। गत दिवस से लगातार हो रही बर्फबारी के चलते केदारनाथ धाम के हेलीपैड बर्फ से ढ़क गए हैं। हेली सेवा रद्द होने से मायूस यात्री बड़ी संख्या में बिना दर्शन के वापस लौट रहे हैं। अब तक पांच हजार से अधिक यात्री हेली टिकट निरस्त होने से बिना दर्शन के वापस लौट चुके हैं।
केदारनाथ यात्रा में हेली सेवाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। प्रत्येक वर्ष दस से पन्द्रह फीसदी यात्री हेली सेवा से बाबा के दर्शनों को पहुंचते हैं। इस वर्ष भी हेली सेवाएं यात्रा शुरू होने के प्रथम दिन 25 अप्रैल से ही शुरू हो गई थी। लेकिन अभी तक हेली सेवा से मात्र 5729 यात्री ही केदारनाथ धाम पहुंच पाए हैं।
जबकि मात्र 922 शटल सेवाएं ही संचालित हो पाई हैं। यात्रा को शुरू हुए अभी नौ दिन हो चुके हैं, और इन नौ दिनों में औसतन दस हजार से अधिक यात्रियों को हेली सेवा से दर्शनों को पहुंचना चाहिए था। लेकिन मात्र पांच हजार से कुछ ज्यादा ही यात्री दर्शन कर चुके हैं।
टिकट का पैसा मिलेगा वापस
नए नियमों के अनुसार मौसम खराब होने के कारण अवरुद्ध हेली सेवाओं की बुकिंग निरस्त की जाएंगी, तथा टिकट का पैसा कंपनी द्वारा खाते में वापस कर लिया जाएगा। मौसम खराब होने के कारण तीर्थयात्रियो के हेली टिकट कैंसिल होने पर यात्री बड़ी संख्या में मायूस होकर बिना दर्शन के ही वापस लोट रहे हैं।
दूसरी ओर केदारनाथ धाम में लगातार बर्फबारी जारी है, मंगलवार को पूरी तरह हेली सेवाएं बाधित रही, बुधवार को भी हेलीपैड पर छह इंच से अधिक बर्फ जम गई है, जिससे हेली सेवाएं पूरी तरह बाधित रही।
वर्तमान में नौ हवाई कंपनियां विभिन्न स्थानों से हेली सेवाएं दे रही हैं, जिसमें ट्रांस भारत गुप्तकाशी से, आर्यन गुप्तकाशी से, पवन हंस व किस्टल व ग्लोबल ऐविएशन फाटा से, हिमालयन व किस्टल ऐविएशन शेरसी से, ऐरा सीतापुर से सेवाएं दे रही हैं। इसमें क्रिस्टल की सेवाएं फिलहाल बंद चल रही हैं।
वहीं पंवन हंस के प्रबंधन एमसी उप्रेती ने बताया कि मौसम खराब होने से हेली सेवाओं पर बुरा असर पड़ रहा है। जिन यात्रियो के टिकट मौसम खराब होने से कैंसिल हो रहे हैं उनकी टिकट की धनराशि खाते में जमा कर दी जाएगी।