टाटा मोटर्स और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने अपनी साझेदारी मजबूत की
नईदिल्ली । वाहन निर्माता टाटा मोटर्स और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) ने च्ेस्ट फॉर गोल्ड ऐट पेरिस ओलंपिक्स 2014 की घोषणा कर लंबे समय से चली आ रही अपनी साझेदारी को और मजबूत किया है। यह समग्र विकास से संबंधित संपूर्ण कार्यक्रम है, जिसका एकमात्र लक्ष्य अगले ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है।
इस पहल के तहत, डब्ल्यूएफआई टाटा मोटर्स के सहयोग में अलग-अलग आयु वर्ग महिला और पुरुष पहलवानों के विकास और प्रगति पर फोकस करेगा। इन पहलवानों को सही इंफ्रास्ट्रक्चर, प्लेटफॉर्म, अवसर और सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। युवा और प्रतिभावान भारतीय पहलवानों, ‘योद्धाओंÓ को विश्वस्तरीय ट्रेनिंग सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करना सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित कोच से कोचिंग की सुविधाएं मिलेंगी। और उन्हें बेहतरीन पोषण के कार्यक्रम से समर्थन दिया जाएगा। इसके अलावा इस पहल के तहत, योग्य सीनियर रेसलर्स को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट ऑफर किया जाएगा। साथ ही उभरते हुए युवा रेसलर्स को भी वर्चुअल स्कॉलरशिप के माध्यम से मदद दी जाएगी।
सांसद और रेसलिंग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने च्ेस्ट फॉर गोल्ड ऐट पेरिस ओलंपिक्स 2014 प्रोग्राम की शुरुआत करते हुए कहा, 2018 से टाटा मोटर्स के समर्पित समर्थन से भारतीय कुश्ती नई ऊंचाइयों पर पहुंची है।
सीनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में कुश्ती खिलाडिय़ों ने 5 मेडल जीते हैं। यह अब तक कुश्ती में जीते भारत के सबसे ज्यादा मेडल है। हाल ही में संपन्न हुई जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में रेसलर्स ने रिकॉर्ड 11 मेडल जीते। हाल में हुए टोक्यो ओलंपिक गेम्स में भारतीय कुश्ती टीम को 2 मेडल मिले। हमारी ओर से आज लॉन्च की गई संयुक्त खोज 2024 के पेरिस में होने वाले अगले ओलंपिंक में कुश्ती में गोल्ड मेडल जीतने की पूरे राष्ट्र की लंबे समय से चली आ रही इच्छा को पूरा करने में सक्षम बनाएगी।