देश के अधिकांश किसान कृषि कानून के समर्थन में, कुछ दल सेक रहे राजनीतिक रोटियांः कांबोज
देहरादून: देश के 80 प्रतिशत किसान नए कृषि कानून के समर्थन में हैं। कुछ राजनीतिक पार्टियां किसानों के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंक रही हैं। किसान आंदोलन में अब किसान कम वामपंथी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता अधिक दिखाई दे रहे हैं। किसान तोघ् अपने खेतों में घ्काम कर रहा हैं। यह बात आज धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के केदारपुर मंडल में किसान मोर्चा के सम्मेलन में महानगर के किसान मोर्चा के अध्यक्ष राजेश कांबोज ने कही।
कांबोज ने कहा कि कुछ राजनीतिक पार्टियां मात्र विरोध कर ही अपनी राजनीति चला रहे हैं। उन्हें किसानों के हित से कोई लेना देना नहीं है। भाजपा के वरिष्ठ नेता बीर सिंह पंवार ने कहा कि यह बिल किसानों के हित में है जो किसानों को भड़का रहे हैं वह अधिकांश बिचोलिया औरघ् विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ता हैं, जिनकी दुकानें अब बंद हो रही हैं। भाजपा महानगर के सह मीडिया प्रभारी गिरिराज उनियाल ने इस बिल के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि मोर्चा अपनी पूरी जिम्मेदारी निभा रहा है। किसानों के बीच में जाकर मोर्चा किसानों को बिल के बारे में समझा रहा है। बैठक को क्षेत्रीय पार्षद नीलम उनियाल, किसान मोर्चा के महानगर महामंत्री सुभाष बालियान, एमपी डबराल आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केदारपुर मंडल के किसान मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह चैहान ने किया। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री विनोद रावत और जगदंबा नौटियाल (शरीफ) ने संयुक्त रूप से किया। बैठक में गणेश उनियाल, जमुना डंगवाल, कांता सिंह भंडारी, सुनील भद्री, सुनीता सेमवाल, योगेश सकलानी, वीरेंद्र रावत, विजय सिंह रावत, मो० फरीद, अनूप कोठियाल, संगीता भट्ट, प्रताप सिंह, श्याम सिंह, विजय ठकुरी, सुधीर जोशी, आदि मौजूद रहे।