महंगाई पर विपक्ष का प्रलाप आधारहीनः भगत
देहरादून:भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि कांग्रेस महंगाई के मुद्दे पर जो प्रलाप कर रही है वह पूरी तरह से कांग्रेस के भ्रामक और दुष्प्रचार अभियान के एजेंडे का हिस्सा है। श्री भगत ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दे नही रह गये हैं। इसलिए प्रदेश और देश के अंदर जो भी अच्छे कार्य हो रहे हैं, कांग्रेस उनका सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर जनता को बर्गलाने का काम कर रही है। उन्होंने महँगाई के मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदर्शन को राजनीतिक स्टंट बताते हुए कहा कि आंकड़े इसे पुख्ता तौर पर साबित कर रहे हैं कि पिछ्ले 25 साल कि अपेक्षा मोदी सरकार में ग्रोथ रेट सबसे अधिक और महंगाई सबसे कम रही है।
श्री भगत ने मंहगाई दर व ग्रोथ दर के आंकड़े देते हुए कहा कि 1992- 93 से 96 तक ग्रोथ रेट 5.1 और महंगाई दर 10.2 थी। और 96 से 99 तक विभिन्न सरकारों में स्थिति खराब रही। श्री भगत ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में महंगाई दर पर अंकुश लगा और यह 5.4 प्रतिशत रही। भाजपा अध्यक्ष श्री भगत ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में हमेशा महंगाई दर बड़ी है उन्होंने कहा कि मनमोहन सरकार महंगाई पर अंकुश नहीं लगा पाई लेकिन 2014 में मोदी सरकार आने के बाद 2018.19 में जीडीपी 7.3 और महंगाई दर 4.6 प्रतिशत रही है जबकि नरेन्द्र मोदी सरकार के 5 साल में मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ भी सबसे अधिक रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में कारोबारी माहौल भी बेहतर हुआ। है भाजपा सरकारों के पारदर्शी नीतियों की वजह से ही परिवर्तनकारी परिणाम हासिल हुए हैं। श्री भगत ने कहा कि आज भारत निवेश के क्षेत्र में विदेशी कंपनियों के लिए भी मनपसंद का स्थल बनता जा रहा है।
श्री भगत ने कहा कि मोदी सरकार की तुलना मनमोहन सरकार की जीडीपी से की जानी चाहिए। 2009 से 2014 के बीच अर्थ व्यव्स्था औसतन 6.7 की दर से बढ़ रही थी, जबकि नरेन्द्र मोदी की सरकार में अर्थ व्यवस्था 7.5 की दर से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते पूरे विश्व की अर्थव्यव्स्था चरमरा गई लेकिन नरेन्द्र मोदी के बेहतर प्रबंधन के चलते आम लोगों को कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री भगत ने कहा कि जनता हकीकत जानती है और उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। और अब जनता विपक्ष के आधारहीन एजेंडे के झांसे में नहीं आने वाली है।