सनातन धर्म पर गलत टिप्पणी को लेकर भड़का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद
हरिद्वार, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (महानिर्वाणी) व अखिल भारतीय संत समिति की संयुक्त बैठक में सनातन धर्म पर लगातार किए जा रहे कुठाराघात का कड़ा विरोध करते हुए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया। बैठक में हिंदू समाज के आराध्य भगवान हनुमान का अपमान करने पर स्वामी नारायण सम्प्रदाय का बहिष्कार करने का निर्णय भी लिया गया।
कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म पर लगातार कुठाराघात किया जा रहा है। सनातन धर्म के धार्मिक ग्रंथों से छेड़छाड़ की जा रही है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हाल ही में स्वामी नारायण सम्प्रदाय ने जन-जन के आराध्य हनुमान जी का अपमान किया गया। जिससे पूरे संत समाज में रोष है। हनुमान जी पर अनर्गल टिप्पणी किए जाने पर स्वामी नारायण सम्प्रदाय के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया और भविष्य में ऐसा ना करने की चेतावनी दी गयी है। अपमान बंद नहीं किया जाता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं बयानबाजी
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पुत्र लगातार सनातन धर्म पर अनर्गल टिप्पणी कर रहे हैं। जिसे लेकर संत समाज का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलकर ज्ञापन देंगा और कार्रवाई की मांग करेगा।
देशव्यापी आंदोलन की दी चेतावनी
अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि कुछ राजनेताओं द्वारा सनातन धर्म का विरोध किया जा रहा है। अनर्गल टिप्पणी करने के साथ हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया जा रहा हैं। हिंदू धर्म ग्रंथों की मनमानी व्याख्या की जा रही है। सनातन धर्म का अपमान करने वालों के खिलाफ अखाड़ा परिषद देशव्यापी आंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सनातन धर्म पर अपमानजक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कड़ा कानून बनाना चाहिए।
सनातन धर्म का अपमान सहन नहीं करेंगे
श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि सबसे प्राचीन सनातन धर्म ने हमेशा पूरी दुनिया का मार्गदर्शन किया है। लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए कुछ लोग सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। जिसका संत समाज एकजुट होकर विरोध करेगा और उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगा। अखाड़ा परिषद के कोषाध्यक्ष व निर्मल अखाड़े के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज व महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि संत समाज सनातन धर्म का अपमान सहन नहीं करेगा। सनातन धर्म का अपमान करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।