नौकरी तलाश रहे युवाओं के लिए यातायात पुलिस ‘फैलोशिप’ कार्यक्रम शुरू करने जा रही
देहरादून : विभिन्न कालेज एवं विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रहे छात्रों के अलावा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नौकरी तलाश रहे युवाओं के लिए यातायात पुलिस ‘फैलोशिप’ कार्यक्रम शुरू करने जा रही है। एक महीने के विशेष कार्यक्रम में युवाओं को यातायात से संबंधित बारीकियां सिखाई जाएंगी। उन्हें यातायात प्रबंधन, कैमरे, ड्रोन के बारे में गहनता से जानकारी दी जाएगी।
यातायात पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे ने बताया कि नौजवानों के लिए फैलोशिप कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं। एक महीने के फैलोशिप प्रोग्राम में 10 से 15 नौजवानों का चयन किया जाएगा। उन्हें फील्ड की ट्रेनिंग दी जाएगी। अधिकारियों के साथ अटैच किया जाएगा। इन युवाओं को मार्डन साइंटेफिक टूल, यातायात पुलिस की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले कैमरे, ड्रोन, वाहनों और उपकरण की जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि यातायात की समस्या के निस्तारण को लेकर उनसे एक रिपोर्ट भी मांगी जाएगी। अंत में उन्हें प्रमाणपत्र दिया जाएगा। जो युवा इंजीनियरिंग या अन्य फील्ड में नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए यह कार्यक्रम काफी लाभकारी साबित होगा।
21 से 27 मई के बीच होगी स्क्रीनिंग
- कार्यक्रम के तहत 13 से 20 मई तक आवेदन लिए जा रहे हैं।
- 21 से 27 मई तक आवेदन की स्क्रीनिंग होगी और 28 मई से 26 जून तक उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- इसके बाद 27 जून को उन्हें पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
- चयन कमेटी में पुलिस अधीक्षक यातायात को अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि कृष्णा मैनन कालेज मुंबई विवि के निदेशक, क्षेत्राधिकारी यातायात, सहायक परिवहन अधिकारी प्रवर्तन और सहायक अभियंता लोनिवि को सदस्य बनाया गया है।
यह रहेगी प्रक्रिया
- यातायात फैलोशिप कार्यक्रम के लिए युवाओं की उम्र 18 से 30 के बीच होनी चाहिए।
- चयनित युवाओं को यातायात नियमों के प्रति प्रशिक्षित किया जाएगा।
- युवाओं को सीनियर अधिकारी के साथ उनकी फैलोशिप के लिए तैनात किया जाएगा।
- कमेटी की ओर से साप्ताहिक रिपोर्ट की जाएगी।
- प्रतिदिन तीन से चार घंटे तिराहों व चौराहों पर यातायात पुलिस के साथ काम करेंगे।
- कमेटी उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं को सम्मानित करेगी।
कोर्स में यह रहेगा खास
- यातायात का संचालन
- सड़क हादसे व कारणों के बारे में जानकारी
- सीसीटीवी संबंधी प्रशिक्षण
- ड्रोन का यातायात मैनेजर में उपयोग की जानकारी
- जागरुकता अभियान