नौकरी में अर्निंग के साथ साथ लर्निंग पर करे फोकस
सुल्तानपुर। जीवन मे सभी सफलता के शिखर पर पहुंचना चाहते है, इसके लिए लोग देश-विदेश के अच्छे कॉलेज से एजुकेशन हासिल करने के लिए लाखों रुपऐ खर्च कर देते हैं, लेकिन इसके बाद भी गलत करियर प्लानिंग के कारण अपने गोल को अचीव नहीं कर पाते हैं। करियर प्लानिंग एक ऐसी व्यवस्थित प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोई व्यक्ति अपने करियर गोल के लिए रास्ता बनाता है।केएनआईपीएसएस मैनेजमेंट के प्रबंध संकाय में एमबीए व बीबीए की छात्र छात्राओं के लिए कैरियर डेवलपमेंट पर गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए स्वीडेन देश की मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत आदित्य कुमार तिवारी ने अपने छात्र जीवन से लेकर विदेश में मुकाम हासिल करने तक के संघर्षों के बारे में विस्तार बताया। बताते चले कि श्री तिवारी देश के विभिन्न बड़ी कंपनियों में नौकरी के बाद अब विदेश की कंपनी में कार्य कर रहे है। छात्रों से करियर डेवलपमेंट पर चर्चा करते हुए कहा कि सबसे पहले छात्र अपने लक्ष्य को पहचान कर उस दिशा में कार्य करना शुरू करें। श्री तिवारी ने कहा कि आप सभी अब सोशल मीडिया की बजाय प्रोफेशनल मीडिया की तरफ अग्रसर हो।
किसी को सोशल मीडिया पर जोडऩे की बजाय कंपनी और कंपनी से जुड़े जिम्मेदार लोगों से जुडऩे का प्रयास करे। रोजगार के क्षेत्र में कदम बढ़ाने से पहले स्वयं की जानकारी जुटा कर आगे बढ़े न की कॉपी पेस्ट की जानकारी पर भरोसा करें। विनम्रता और ईमानदारी को जीवन में उतारकर स्वयं की इच्छा के अनुरूप कार्य करे न कि दूसरों के जीवन शैली को देखकर आगे बढ़ेप् नौकरी मिलने के बाद अर्निंग के साथ लर्निंग पर भी ध्यान देने की जरुरत है जीवन मे असफलता मिलने पर उसे सुधार का मौका समझ कर समय और धैर्य को ध्यान में रखते हुए प्रयासरत रहे।प्रबन्ध संकाय की डायरेक्टर डॉ इंद्रजीत कौर ने कहा कि सभी छात्रों को रोजगार मिल सके और इंटरव्यू में कोई कठिनाई न हो इसके लिए लगातार फैकल्टी देश विदेश में कार्यरत प्रोफेशनल को छात्रों से रूबरू कराने के लिए प्रतिबद्ध है और छात्रों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध करा रहे है। इस मौके पर डॉ निखिल श्रीवास्तव, डॉ मैथ्यू भास्कर सिंह, डॉ टीनू कौर, डॉ रायबा सिंह, डॉ राम सागर सिंह, डॉ अर्चना सिंह, विनीश नाथ ओझा, आलोक कुमार, अरुण सिंह, विकास तिवारी मौजूद रहे।