युद्ध का एक महीना पूरा, रूस ने घर, स्कूल और अस्पताल कुछ नहीं छोड़ा
कीव : एक महीने पहले यूक्रेन की धरती पर घुसे रूसी सैनिकों की ओर से की जाने वाली तबाही अभी भी जारी है। दोनों देशों के बीच इस युद्ध ने पूरी दुनिया पर बुरा असर डाला है। जब से रूस ने 24 फरवरी को अपना सैन्य अभियान शुरू किया है, यूक्रेन में घर, स्कूल, अस्पताल और किंडरगार्टन सबकुछ तबाह हो गए हैं। हजारों की संख्या में आम नागरिकों की मौत हो चुकी है और करोड़ों की संख्या में लोगों ने पड़ोसी देशों की शरण ले ली है।
यूक्रेन के कई इलाकों में खाने-पीने तक का संकट गहरा गया है। इस एक महीने में यूक्रेनियन हर पल मौत से लड़ा है और आगे भी लड़ रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चार सप्ताह पहले एक टेलीविजन संबोधन में यूक्रेन के खिलाफ विशेष सैन्य अभियान की घोषणा की थी। क्रेमलिन ने देश के विसैन्यीकरण और विमुद्रीकरण के उद्देश्य से यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू किया, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से किसी यूरोपीय देश पर यह अब तक का सबसे बड़ा युद्ध है।
तब से, रूसी सेना यूक्रेन के अलग-अलग इलाकों में कई बार बमबारी कर चुकी है। हालात ये हो गए हैं कि युद्ध और भयावह मानव त्रासदी झेल रहे यूक्रेन में बड़े पैमाने पर मौते हो रही हैं। इसमें यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर मारियूपोल अब तक सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। शहर के अधिकारियों ने कहा है कि शहर में हर दिन कम से कम 50 से 100 बम गिर रहे हैं।