विरोध के कारण बैरंग लौटी अतिक्रमण हटाने गयी टीम
रुड़की। लक्सर गांव में रुका पड़ा नाला निर्माण शुरू कराने के लिए एसडीएम ने अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए हैं। आदेश पर अतिक्रमण हटाने पहुंची नपा व राजस्व की संयुक्त टीम को लोगों का भारी विरोध झेलना पड़ा। बाद में लोगों को खुद अतिक्रमण हटाने के लिए एक सप्ताह का समय देकर टीम लौट गई।
नगर पालिका द्वारा करीब 1 साल पहले लक्सर गांव में कोतवाली के सामने जल निकासी नाले का निर्माण शुरू किया गया था। लेकिन रास्ते में कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण करके मकान बना लिए जाने के कारण नाले का निर्माण बीच में ही रोकना पड़ा था। नगरपालिका अध्यक्ष और तत्कालीन अधिशासी अधिकारी ने कई बार स्थानीय लोगों से बात कर अतिक्रमण हटाने का आग्रह किया, परंतु लोग तैयार नहीं हुए। इस पर नपा प्रशासन ने एसडीएम लक्सर को प्रार्थनापत्र दिया था। एसडीएम ने नपा व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम को पुलिस की मदद से बलपूर्वक अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। आदेश पर नायब तहसीलदार रमेशचंद्र, ईओ बलविंद्र सिंह अपनी टीम व पुलिसबल के साथ जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने मौके पर पहुंच गए। इसका पता चलते ही स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर उनकी तरफ से तहसील के अधिवक्ता अंकुर चौधरी भी वहां पहुंच गए और टीम की कार्रवाई का गलत बताते हुए अतिक्रमण नहीं हटाने दिया। उनका कहना था कि अतिक्रमण एक तरफ से शुरू करके पूरा हटाया जाए। विरोध के बाद बैकफुट पर आई टीम लोगों को एक सप्ताह में खुद अतिक्रमण हटाने की हिदायत देकर वापस लौट गई। टीम में राजस्व निरीक्षक अनिल कांबोज, लेखपाल सुनील चौधरी, चकबंदी लेखपाल सतीश शर्मा व अजय नारायण खाती आदि लोग थे।