1 लाख की घूस लेते पकड़ा गया रेवेन्यू इंस्पेक्टर, तहसीलदार ने डर के मारे जला दिए 20 लाख
जयपुर :भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बीती रात सिरोही जिले के पिंडवाड़ा में भांवरी वृत्त में कार्यरत रेवेन्यू इंस्पेक्टर को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते ट्रैप किया, लेकिन आरआर्ई की गिरफ्तारी के बाद पूरा घटनाक्रम नाटकीय अंदाज में बदल गया। पकड़े जाने के बाद आरआई ने स्वीकार किया कि रिश्वत की राशि उसने पिंडवाड़ा तहसीलदार कल्पेश जैन के लिए थी। इस पर एसीबी टीम कल्पेश जैन के घर पहुंची, लेकिन भनक लगते ही उसने खुद को घर में बंद कर दिया और नोट जलाने लगा। इस पर पिंडवाड़ा पुलिस को भी सूचना दी गई और करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद कटर से दरवाजा तोड़ टीम अंदर घुसी। इसके बाद देर रात तक कार्रवाई चलती रही। प्रारंभिक तौर पर यह सामने आया कि जो राशि जलाई गई थी वह तकरीबन 20 लाख रुपए थी। टीम ने अधजले नोट भी बरामद किए हैं। एसीबी के डीआईजी विष्णुकांत ने बताया कि आंवले की छाल की खुली बोली द्वारा नीलामी की प्रक्रिया की जाती है। अगले साल का भी ठेका सांडिया पाली निवासी मूल सिंह को देने के लिए रिश्वत मांगी गई थी। शिकायत का सत्यापन होने के पश्चात एसीबी की टीम ने बुधवार को परिवादी को एक लाख रुपए के साथ पर्बत सिंह के पास भेजा। उसके कार्यालय में एक लाख रुपए थमाते ही उसने राशि अपने बैग में रख दी। उसी समय एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि रिश्वत की राशि तहसीलदार कल्पेश जैन के लिए ली गई थी। दूसरी तरफ पर्बत सिंह के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही तहसीलदार कल्पेश जैन अपने घर की तरफ भागा और टीम के पहुंचने से पहले उसने अपने आप को अपने परिवार के साथ घर में बंद कर दिया गया। सूचना के बाद स्थानीय पुलिस भी मौैके पर पहुंची। इस दौरान एसीबी की टीम लगातार दरवाजा खोलने के लिए कहती रही लेकिन तहसीलदार ने दरवाजा नहीं खोला। इस दौरान उसने रसोई में गैस पर करीब लाखों रुपए रख जला दिए। करीब 1 घंटे की मशक्त के बाद टीम ने कटर से दरवाजा तोड़ा और घर में प्रवेश कर देर रात तहसीलदार कल्पेश जैन को गिरफ्तार किया। कार्रवाई के दौरान एसीबी की टीम तहसीलदार के घर पहुंची जिस पर तहसीलदार ने अपना घर अंदर से बंद कर दिया। इस पर टीम बाहर से चिल्लाकर दरवाजा खोलने के लिए कहती रही। कुछ देर बाद तहसीलदार छत पर आए और वापस चले गए और नीचे जाने के बाद उन्होंने अपने घर के गैस पर रुपयों में आग लगा दी।
इस दौरान एसीबी टीम की ओर से पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाया गया। यहां तक कि टीम बार-बार यह समझाती रही कि परिवार अंदर है और वे लोग परेशान हो रहे हैं, लेकिन तहसीलदार नहीं माने। जैसे ही तहसीलदार ने नोट गैस पर रख जलाने लगा तो टीम की ओर से रसोई की खिडक़ी के कांच तोड़े गए और इस दौरान कटर की सहायता से दरवाजा तोड़ा गया।