मार्तोलिया ने किया राज्य सरकार के तीन कार्यालयों का औचक निरीक्षण
मुनस्यारी: जिला पंचायत सदस्य जगत मार्तोलिया ने आज राज्य सरकार के तीन कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। तीनो कार्यालयों में एक भी लिपिक उपस्थित नहीं मिला। कोई पिथौरागढ़ अटैच है तो कोई डीडीहाट। एक ने तो दिसम्बर से उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर नहीं किए है। कुछ हस्ताक्षर करने के लिए ही यहां आते है। जिनकी शिकायत गुरुवार को जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जौगदंडे से की जायेगी।
जिपं सदस्य मार्तोलिया लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता कार्यालय पहुंचे। पता चला कि एई तो अवकाश में है, लेकिन कैम्प लिपिक डीडीहाट में बैठकर वही से इस ओफिस को चला रहे है। बाल विकास परियोजना के कार्यालय में गये तो पता चला कि 2018 से यहां तैनात लिपिक हरेन्द्र सिंह मेहरा पहले भी केवल हस्ताक्षर करने के लिए यहां आते थे। अधिकांश समय पिथौरागढ़ के डीपीओ में ही रह रहे है। अब तो उन्होने अपने को वही अटैच कर लिया है।
मार्तोलिया ने बताया कि आलू विकास एवं शाकभांजी अधिकारी का कार्यालय तो इन सभी में अनोखा है। वरिष्ठ लिपिक राजेश देऊपा के दिसम्बर 2019 से उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर नहीं है। दो अन्य कनिष्क लिपिक भी पिथौरागढ़ में ही रहते है, लेकिन उपस्थिति दर्ज करने के लिए माह में एक बार यहां आकर एक साथ हस्ताक्षर कर देते है। एक नवम्बर से इन दोनो के हस्ताक्षर के पन्ने भी कोरे ही है। उन्होने बताया कि इस कार्यालय के आलू एवं शांकभाजी अधिकारी का पद खाली है। पिथौरागढ़ के मुख्य उघान अधिकारी के पास इसका अतिरिक्त कार्यभार है, लेकिन वे कभी भी यहां नहीं आते। सप्ताह में कम से कम तीन दिन उक्त अधिकारी को यहां की डियूटी करने का आदेश करने की लंबे समय से मांग की जा रही है। इस पर कोई सुनवाई नहीं होने पर क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधि बेहद नाराज है। जिपं सदस्य जगत मार्तोलिया ने बताया कि निरीक्षण के बाद इसकी रिपोर्ट तैयार कर 5 नवम्बर को जिलाधिकारी को दिया जायेगा। मार्तोलिया ने कहा कि पिथौरागढ़ व डीडीहाट में नियमो के खिलाफ अटैच होकर कार्य करने की आदत को अब बदलना होगा। कहा कि एक सप्ताह के भीतर उक्त कर्मचारी अपने मूल कार्यालय में वापस नहीं आए तो जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा। इस अवसर पर पूर्व ग्राम प्रधान खुशाल सिंह जैष्ठ भी मौजूद रहे।