पर्यटन विभाग टिहरी झील को वल्र्ड क्लास डेस्टिनेशन बनाने के लिए विश्व प्रसिद्ध डिजाईनरों की सहायता लेगाः महाराज
देहरादून: उत्तराखण्ड पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश का पर्यटन विभाग टिहरी झील को वल्र्ड क्लास डेस्टिनेशन बनाने के लिए विश्व प्रसिद्ध डिजाईनरों की सहायता लेगा। उक्त बात सोमवार को उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद की 20वीं बोर्ड बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कही। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद गढ़ीकैंट में एक बैठक आयोजित की गयी। जिसमें 19वीं बोर्ड में लिये गये निर्णयों का अनुपालन किया गया, साथ ही प्रस्तावित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गयी।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड बैठक में टिहरी झील को वल्र्ड क्लास डेस्टिनेशन बनाने के लिए विश्व प्रसिद्ध डिजाईनरों की सहायता लेने की बात रखी गयी। साथ ही वहीं ट्रेकिंग सेंटरों में फूट मसाज सेंटर स्थापित करने का भी प्रताव रखा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि साक सर्किट, भगवती सर्किट, शैव सर्किट, नागराजा सर्किट, महासू सर्किट, गोयल देवता सर्किट आदि की टूरिज्म पुस्तिका बनायी जाये। उन्होंने कहा कि दीवा का डांडा, नीलकंठ, भरवगढ़ी में रोपवे बनाने के लिए प्रस्ताव रखा गया। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बोर्ड बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए 20वीं बैठक में हुए कार्य योजनाओं के बारे में विस्तार से बोर्ड सदस्यों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय कन्वेशन सेंटर तथा वैलनेस सिटी तैयार करवाई जा रही है जबकि इस भूमि का सर्वे पूर्व में करवा लिया गया है। देहरादून से मसूरी रोपवे परियोजना को पीपीपी मोड़ पर विकसित किये जाने एवं आनन्द वन समाधि के निकट पार्किंग के पीपीपी मोड़ पर संचालन के सम्बन्ध में बोर्ड द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया।
उन्होंने बताया कि जानकी चट्टी रोप वे परियोजना के समरेखण के आधार पर पीपीपी मोड़ में विकसित किये जाने हेतु डाक्यूमेंट तैयार कर शासन को प्रस्तुत किये गये हैं। जिस पर शासन स्तर से अनुमोदन प्राप्त हो गया है, वर्तमान में पोल शिफटिंग एवं ईएफसी की कार्यवाही गतिमान है। बोर्ड बैठक में राज्य में पर्यटक आवास गृहों एवं अन्य पर्यटन विकास की योजनाओं के लिए भूमि अर्जित कर विभाग के नाम भूमि हस्तान्तरित किये जाने के संबंध में संज्ञान लिया गया। बोर्ड सदस्यों द्वारा पर्यटक आवास गृह हेतु स्वीकृत धनराशि की अवशेष राशि का यथाशीघ्र कार्यदायी संस्था को अवमुक्त किये जाने के निर्देश दिये गये। जनपद पौड़ी गढ़वाल के सतपुली में पर्यटक आवास गृह के निर्माण शिलान्यास का संज्ञान लिया गया। वहीं पौड़ी के पोखड़ा तथा बीरोंखाल में निर्माणाधीन पर्यटक आवास गृहों के अधूरे निर्माण हेतु सम्बन्धित कार्मिक का उत्तरदायित्व निर्धारित किये जाने का संज्ञान लिया गया। पर्यटन सचिव दिलीप जवालकर ने कहा कि पर्यटन विभाग में एडवेंचर विंग का गठन करते हुए जल, थल व वायु के पदों पर पहले ही प्रतिनियुक्ति कर चुका है। और अधिकारियों की कमी को देखते हुए नया स्ट्रैक्चर तैयार कर अनुमोदित किया गया। अपर निदेशक पयर्टन व अपर विभाग अध्यक्ष पूनम चंद द्वारा 20वीं बोर्ड बैठक में मुख्यालय व जनपदीय कार्यालयों में रिक्त पड़े पदों को भरे जाने के लिए पूरा ढांचा प्रस्तुत किया गया। जिसमें माननीय बोर्ड सदस्यों द्वारा भी सहमति जताई गयी। 20वीं बोर्ड बैठक में रोहित मीणा प्रबन्धक निदेशक केएमवीएन द्वारा केएमवीएन व जीएमवीएन के एकीकरण का प्रस्ताव रखा गया। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद की 20वीं बोर्ड बैठक में माननीय सदस्यों में विनोद यादव अपर सचिव, डाॅ0 नवदीप जोशी, रजनीश कौशिक व विजय बिष्ट, नितिन राणा गैर सरकारी यूटीडीबी व कमिश्नर कुमाऊं व आयु त्रिपाठी ने रामनगर से आॅनलाईन प्रतिभाग किया। इनके साथ ही बोर्ड बैठक में अन्य पर्यटन विभाग अधिकारी भी मौजूद थे।